सुमेर_सिंह_सोलंकी राज्यसभा सांसद निर्वाचित, एक गरीब परिवार से हे राठौड़ टुडे अजय चौहान
एक गरीब परिवार से आने वाले बड़वानी महाविद्यालय में प्राध्यापक के तौर पर काम करने वाले श्री सुमेर सिंह जी सोलंकी को अचानक यह सूचना दी जाती है कि भारतीय जनता पार्टी की और से आप राज्यसभा के प्रत्याशी बनाए जा रहे हैं कृपया औपचारिकताएं पूरी करें। खबर सुनकर सुमेर सिंह जी के आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा आज सुमेर सिंह जी की जीत निश्चित हो रही है।
सुमेर सिंह जी ने भारतीय जनता पार्टी विधायक
दल को संबोधित कियाथा उसमे भावुक हो गए बोले मेरे पिता बकरियां चराया करते है।
लेकिन भारतीय जनता पार्टी ऐसा एक बार नहीं करती बार बार करती है बूथ अध्यक्ष को राष्ट्रीय अध्यक्ष कभी सब्जी बेचने वाले विजय राजभर को घोसी विधानसभा से विधानसभा में पहुंचा देती है कभी सामाजिक कार्य करने वाले रामनाथ कोविंद जी को भारत का राष्ट्रपति बना देती है कभी नोनिया जाति के फागू चौहान जी को घोसी सीट से पहले विधायक बनाती है और फिर बिहार का राज्यपाल बना देती है।
वंचितों को पिछड़ों को आदिवासियों को समाज की मुख्यधारा में हाथ पकड़ कर के आगे लाने का काम सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है उसके लिए ये कभी वोट बैंक नहीं होते बल्कि मुख्यधारा में लाकर के अंतिम छोर तक सरकार की नीतियों को पहुंचाने के वाहक होते हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी दीनदयाल जी के अंत्योदय की परिकल्पना को साकार करने के लिए काम करती हैं।
तभी तो एक चाय वाला 12 साल गुजरात का
मुख्यमंत्री रहता है और 6 साल से भारत का प्रधानमंत्री है सुमेर सिंह जी सोलंकी को राज्यसभा का सदस्य निर्वाचित किया गया